TCP IP Model क्या होता है | Full Form, Layer, and Uses

दोस्तों यदि आप Internet का उपयोग करते है, तो आपने TCP IP Model का नाम जरूर सुना होगा, दरअसल हम जब भी Internet का उपयोग करते है, तो उसके पीछे एक Network Protocol कार्य करता है. उनमें से एक प्रोटोकॉल TCP IP Model भी होता है.

इसे हम कुछ इस तरीके से समझ सकते है. इंसान अपने विचारों और अपनी बातों को एक दूसरे को बताने और दूसरों की बातों को समझने के लिए आपस में Communication बनाते है. और फिर एक बातचीत होती है. जिसे आपको सामने वाले के बारे में पता चलता है. बिना communication के हम किसी से भी बात नहीं कर सकते और ना ही किसी के विचार और भाषा को समझ सकते है.

ठीक इसी तरह कंप्यूटर को आपस में डाटा और Information को Transmit करने के लिए भी एक communication माध्यम की जरूरत पड़ती है. इसके लिए कंप्यूटर TCP IP Model का उपयोग करके डाटा को दो या दो से ज्यादा कंप्यूटर के बीच में आसानी से Share करता है.

अभी-अभी आपको TCP IP के बारे में नहीं पता है, तो या पोस्ट आपके लिए है. क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको TCP IP Model से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी जैसे TCP IP Model क्या होता है. | TCP/Ip Full Form, इसमें कितने Layer होते है. और TCP IP का क्या उपयोग है, तो चलिए इसके बारे में हम विस्तार से जानते है.

TCP IP का पूरा नाम क्या है | TCP full form in hindi

TCP IP का Full Form Transmission Control Protocol / Internet Protocol (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल / Internet  प्रोटोकॉल) होता है. TCP/IP एक प्रकार का set off protocol होता है, जो दो या दो से अधिक कंप्यूटर को Internet पर एक दूसरे से communication Establish करने की अनुमति देता है.

कंप्यूटर एक साथ में कई सारे Work कर सकता है. लेकिन जब एक कंप्यूटर, दूसरे कंप्यूटर के साथ communicat करने लगता है, तो यह और भी ज्यादा powerful बन जाता है. क्योंकि एक कंप्यूटर के पास जो डाटा है. वह वह दूसरे कंप्यूटर के साथ Share कर सकता है, और दूसरे कंप्यूटर की Information निकालकर खुद के लिए Save करके रख सकता है. इसलिए Internet पर Search की गई कोई भी जानकारी हमें आसानी से मिल जाती है.

आज के समय में इसी TCP/IP प्रोटोकोल मॉडल का उपयोग करके Internet को बनाया गया और आज हम Internet पर इसी की मदद से Google YouTube Netflix, Email Service, Online Video Calling, social media chatting जैसे Internet सेवाओं का लाभ उठा रहे है. Tcp-ip किसी भी देश, किसी भी ब्रांड, किसी भी Operating System के कंप्यूटर के साथ communicat कर सकता है. चलिए अब हम tcp/ip क्या है (What is TCp ip in hindi) के बारे में जानते हैं

What is the TCPIP Model  Layers, Structure & Functions
What is the TCPIP Model Layers, Structure & Functions

TCP IP Model क्या होता है? | What is TCP/ip in hindi

कंप्यूटर एक दूसरे से communicat करने के लिए एक प्रोटोकॉल का उपयोग करते है. प्रोटोकॉल एक प्रकार का नियम या प्रक्रिया होता है. जिसे एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर को communicat करने के लिए इसी प्रोटोकॉल का पालन करना होता है.

यदि आसान भाषा में समझा तो जिस प्रकार आप एक दुकानदार से सामान खरीदने के लिए और दुकानदार आपको सामान देने के लिए एक नियम का पालन करता है. जिसके अंतर्गत एक दुकानदार को कैसे, अपने ग्राहक से और एक ग्राहक को कैसे अपने दुकानदार से बात करना है, और पैसे के बदले सामान लेना है. यह पता होता है.

ठीक उसी तरह एक कंप्यूटर को भी दूसरी कंप्यूटर के साथ कैसे connection Establish करके डाटा और Information को Share करना है. से करना है. इसके लिए भी नियम बनाए गए है. इसी नियम और प्रोटोकॉल के Sets को TCP/ip कहा जाता है.

यह एक स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल है. जिसके माध्यम से, Internet और Internet से जुड़े सभी Device जैसे स्मार्टफोन कंप्यूटर लैपटॉप टेबलेट के बीच डेट और Information का आदान-प्रदान होता है. TCP/IP प्रोटोकोल Internet से जुड़े दो Device के बीच में एक गाइडलाइन या एक नियम बनाता है. चलिए अब हम What is the TCP/IP Model? | Layers, Structure & Functions के बारे में और विस्तार से जानते हैं

Tcp-ip का उपयोग क्यों किया जाता है हिंदी में

कंपनियां Internet से जुड़े Hardware Device बनाते समय TCP/IP को ही ध्यान में रखकर बनाया जाता है. tcp-ip का Impletation Model सभी प्रकार के Hardware Device (smartphone computer laptop tablet) और Operating System में एक तरीके से ही Work करता है.

यही कारण है, कि Internet Hardware Device TCP/IP प्रोटोकोल का उपयोग करके एक दूसरे से Connect हो पाता है. दरअसल इसका उपयोग सुरक्षित तरीके से डेट और Information को एक Device से दूसरे Device में भेजने के लिए होता है.

इसी प्रोटोकॉल की मदद से डाटा एक Computer से दूसरे Computer और एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच पाता है. यदि इसे आसान शब्दों में समझा जाए तो, जब भी हम अपने computer, laptop or smartphone से कोई डाटा (वीडियो, ऑडियो) डाउनलोड या अपलोड कर रहे होते है, तो, इस Process को TCP/IP के माध्यम से Oprate और Control किया जाता है.

किसी यूज़र के द्वारा Internet से कोई file, download और upload होने वाली प्रक्रिया एक पैकेट के रूप में होती है. इन पैकेट में डाटा और Information का समूह होता है. इस समय इस TCP-IP का Work इन पैकेट में मौजूद डाटा और Information को कंट्रोल करना होता है. चलिए अब हम TCP/IP in Hindi Full information के बारे में और भी जानते है.

TCP/ip कैसे कार्य करता है | How does TCP IP Work in hindi

Internet के द्वारा डाटा ट्रांसमिशन पैकेट को कंट्रोल करने के लिए TCP/IP कैसे कार्य करता है. (how tcp ip works in hindi) दरअसल, यह प्रोटोकॉल Internet डाटा को सुरक्षित तरीके से उसके निश्चित स्थान तक पहुंचाता है.

इस डाटा ट्रांसमिशन के Process को पूरा करने के लिए TCP IP दो भागों में Work करता है. पहले भाग को TCP और दूसरे भाग को IP कहते है.

  • TCP – यह डेटा को छोटे छोटे पैकेट में बांटता है. जिसकी मदद से Internet पर डाटा को भेजा जाता है.
  • IP – क्या टीसीपी के द्वारा बनाए गए छोटे छोटे पैकेट को एक एड्रेस देता है. जिससे सही रास्ते से सही कंप्यूटर या Device तक भेजा जा सके

दरअसल इन दोनों प्रोटोकॉल के लिए Internet की आवश्यकता होती है. बिना Internet के यह दोनों प्रोटोकॉल Work नहीं कर सकता है, किसी भी Internet Device के लिए सबसे important protocol TCP-IP होता है, जो कई प्रकार के प्रोटोकॉल से मिलकर बना होता है. इसलिए tcp-ip को tcp ip protocol suite या tcp ip reference model भी कहा जाता है. यह protocol suite model चार प्रकार के लेयर से बना होता है.

TCP IP में कितनी लेयर होती है? TCP/IP layer in hindi

TCP/IP मॉडल की 4 लेयर होती है, जो कि इस प्रकार है. –

  • Network Layer
  • Internet Layer
  • Transport Layer
  • Application Layer

इन सभी लेयर का Work एक दूसरे से अलग होता है, जो डाटा ट्रांसमिशन के कार्य को पूरा करने में मदद करते है. जब टीसीपी सेंटर से डाटा लेकर उन्हें पैकेट में बांटा जाता है, और इन पैकेट को रिसीवर के पास भेजा जाता है, और इस Process को होने के लिए TCP/IP 4 लेयर में Work करता है.

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1.Application Layer क्या है? इसके कार्य और उपयोग

यह TCP/IP मॉडल के सबसे ऊपर वाली लेयर है. यह कंप्यूटर एप्लीकेशन को नेटवर्क उपलब्ध करवाने का कार्य करता है. यह लेयर यूजर को communication के लिए इंटरफ़ेस प्रदान करता है. इसमें यूजर अपने कई तरह के एप्लीकेशन जैसे ब्राउज़र एफटीपी ईमेल इत्यादि के साथ कार्य करता है.

एप्लीकेशन लेयर का Work अपने नीचे के लेयर यानी Transport Layer को डाटा भेजना और Transport Layer से डाटा Receiveकरना होता है. एप्लीकेशन लेयर कई सारे प्रोटोकॉल का उपयोग करता है. जैसे

  • HTTP
  • HTTPS
  • DNS
  • FTP
  • TFTP
  • SMTP
  • SNMP
  • TELNET

2. Transport Layer क्या होता है इसके कार्य और उपयोग

Transport Layer का कार्य डाटा ट्रांसमिशन करना होता है. इसका Work कंप्यूटर नेटवर्क के विभिन्न Host computer के बीच communication को Establish करना होता है. Transport Layer में कई सारे फीचर होते है. जैसे

  • The process to Process Communication
  • Addressing
  • Encapsulation and Decapsulation,
  • Multiplexing and Demultiplexing
  • Error Checking and
  • Flow Control
  • Congestion Control
  • Connectionless and Connection-Oriented Service

इस लेयर के इन्हीं फीचर के कारण दो कंप्यूटर के बीच कोई भी डाटा अपने सही रिसीवर सेंटर तक पहुंच सके, इस लेयर में मुख्य रूप से दो प्रोटोकॉल Work करते है.

  • Transmission Control Protocol (TCP)
  • User Data Gram Protocol (UDP)

UDP और TCP में अंतर | Difference between UDP and TCP in hindi

Transport Layer में टीसीपी और यूडीपी Internet Protocol में भेजे जाने वाली बड़ी सूचना को एप्लीकेशन लेयर से Receive करके छोटे-छोटे टुकड़ों में पैकेट बनाकर Internet लेयर में भेजा जाता है. इस प्रक्रिया में TCP (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकोल) से डाटा दूसरे लेयर में पहुंचने की गारंटी होती है. इसलिए टीसीपी को Reliable Protocol कहा जाता है.

User Data Gram Protocol (UDP) एक Connectionless Protocol होता है. क्योंकि यह डाटा ट्रांसमिशन के लिए connection Establish नहीं करता है, और ना ही डाटा ट्रांसमिशन की गारंटी देता है. इसलिए User Data Gram Protocol (UDP) को UnReliable Protocol भी कहा जाता है. लेकिन TCP की तुलना में UDP कई गुना Fast Work करता है.

3. Internet लेयर क्या होता है इसके कार्य और उपयोग

Internet लेयर, नेटवर्क में Connectionless communication की सुविधा देती है. इसका कार्य अलग-अलग नेटवर्क या होस्ट को communication के लिए आपस में जोड़ना होता है. नेटवर्क में packets को कंट्रोल करने का कार्य में नेटवर्क लेयर ही करता है.

Internet लेयर में Transport Layer से छोटे-छोटे पैकेट के रूप में सूचना को प्राप्त करना और डाटा को IP Data gram के रूप में पैकेज किया जाता है. यह data gram source ip address और destination ip address को Save करके रखता है. ताकि डाटा को आसानी से Send और Receive किया जा सके. Internet लेयर में भी अलग-अलग प्रोटोकॉल का इस्तेमाल होता है. जैसे

  • Internet Protocol
  • Internet Control Message Protocol
  • Internet Resolution Protocol
  • Reserved Address Resolution Protocol
  • Internet Group Management Protocol

4. Network Access Layer क्या होता है. इसके कार्य और उपयोग

नेटवर्क एक्स प्लेयर को TCP/IP मॉडल प्रोटोकोल का सबसे निचला लेयर कहा जाता है. यह लेयर बताती है, कि किस प्रकार डाटा नेटवर्क में सेंड किया गया है. इसलिए हमें यह पता किया जा सकता है, कि किस Hardware Network Device का उपयोग करके डाटा भेजा गया है.

यही Hardware Network Device जैसे NIC (Network Interface Card), WiFi, Bluetooth, DSL डाटा भेजने के लिए होता है, जो अलग-अलग कंप्यूटर को Internet Server से Connect करता है. यह हमारे कंप्यूटर से किसी Server कंप्यूटर को डाटा पैकेट Send या receive करने की permission देता है. Internet एक्सेस लेयर में डाटा पैकेट के रूप में होता है, और यह पैकेट को सोर्स से डेस्टिनेशन तक पहुंचाने का कार्य करता है.

इस तरह tcp ip protocol model डाटा को इन 4 लेयर की मदद से Host computer को Server तक पहुंचाता है, और Server से डाटा लाकर Host computer को दे देता है. इसका मतलब यदि हम google chrome browser पर कोई एक वीडियो Search करते है, तो, उस वीडियो की Request इन चार प्लेयर से होती हुई Server तक जाती है, और Server से Information लेकर फिर browser को दे दिया जाए और browser हमें उस वीडियो को दिखाने लगता है.

TCP का पूरा नाम क्या है.?

TCP का पूरा नाम Transmission Control Protocol है.

TCP/IP प्रोटोकॉल का अविष्कार किसने किया?

TCP का आविष्कार Vint Cerf और Bob Kahn ने 1970 के दशक में किया था ए दोनों DARPA के वैज्ञानिक थे.

TCP में है.डर साइज़ कितना होता है.?

TCP में है.डर साइज़ 20 – 60 Byte का होता है.

TCP/IP मॉडल में कितनी लेयर होती है.?

TCP/IP मॉडल में 4 लेयर होती है. – नेटवर्क लेयर, Internet लेयर, Transport Layer और एप्लीकेशन लेयर.

TCP/IP का उपयोग कहां किया जाता है.?

TCP/IP मॉडल का उपयोग नेटवर्क पर डाटा ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है. यूजर के द्वारा Search किया गया कोई भी डाटा इसी प्रोटोकॉल का यूज करके हमें रिजल्ट दिखाता है.

हमें उम्मीद है, कि TCP/IP क्या है. यह नेटवर्क में कैसे काम करता है. tcp-ip में कितने लेयर होते है. टीसीपीआईपी का क्या उपयोग है. इन सब कॉन्सेप्ट को अब आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे, यदि आपने TCP/IP इन हिंदी के इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ा है, तो, अब आपको tcp-ip के बारे में कहीं भी Search करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि आप इस पोस्ट को पढ़कर “tcp-ip का पूरा कांसेप्ट हिंदी में” समझ चुके है.

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